Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
7 Feb 2021 · 1 min read

भाई हैं …पर पुरूष कहाँ हैं ?

कलयुग से ही ये गाथा हैं,
बहन के सिर एक भ्राता हैं,
वफा करो पुरूष से पर भी,
वो तेरी इज्जत कहाँ सँभाल पाता हैं,
भाई तो एक ही पुकार ..अपना सर्वस्व हार जाता हैं,
..
ना समझ सकेगा कोई पुरूष कमजोर ,
और भाई बलवान कैसे बन जाता है,

बीवी पर जो जोर चलाए ..ऐसा पुरूष क्यो जन्मा हैं..
बहन की जो लाज बचाए … भाई हैं पर पुरूष कहाँ हैं…
#sapnaks

Language: Hindi
1 Like · 4 Comments · 470 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
इतनी खुबसूरत नही होती मोहब्बत जितनी शायरो ने बना रखी है,
इतनी खुबसूरत नही होती मोहब्बत जितनी शायरो ने बना रखी है,
पूर्वार्थ
*जीवन में प्रभु दीजिए, नया सदा उत्साह (सात दोहे)*
*जीवन में प्रभु दीजिए, नया सदा उत्साह (सात दोहे)*
Ravi Prakash
बादल और बरसात
बादल और बरसात
Neeraj Agarwal
■ बे-मन की बात।।
■ बे-मन की बात।।
*प्रणय प्रभात*
जीवन से पहले या जीवन के बाद
जीवन से पहले या जीवन के बाद
Mamta Singh Devaa
I am sun
I am sun
Rajan Sharma
नवम दिवस सिद्धिधात्री,सब पर रहो प्रसन्न।
नवम दिवस सिद्धिधात्री,सब पर रहो प्रसन्न।
Neelam Sharma
*अगवा कर लिया है सूरज को बादलों ने...,*
*अगवा कर लिया है सूरज को बादलों ने...,*
AVINASH (Avi...) MEHRA
समय बदल रहा है..
समय बदल रहा है..
ओनिका सेतिया 'अनु '
गिरमिटिया मजदूर
गिरमिटिया मजदूर
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
गुज़रा हुआ वक्त
गुज़रा हुआ वक्त
Surinder blackpen
दुनिया में तरह -तरह के लोग मिलेंगे,
दुनिया में तरह -तरह के लोग मिलेंगे,
Anamika Tiwari 'annpurna '
कभी बारिश में जो भींगी बहुत थी
कभी बारिश में जो भींगी बहुत थी
Shweta Soni
2570.पूर्णिका
2570.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
Friendship Day
Friendship Day
Tushar Jagawat
" लो आ गया फिर से बसंत "
Chunnu Lal Gupta
निकाल देते हैं
निकाल देते हैं
Sûrëkhâ
"रिश्ता" ग़ज़ल
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
विचारों में मतभेद
विचारों में मतभेद
Dr fauzia Naseem shad
जाग गया है हिन्दुस्तान
जाग गया है हिन्दुस्तान
Bodhisatva kastooriya
पल्लवित प्रेम
पल्लवित प्रेम
Er.Navaneet R Shandily
सुंदरता विचारों व चरित्र में होनी चाहिए,
सुंदरता विचारों व चरित्र में होनी चाहिए,
Ranjeet kumar patre
कोंपलें फिर फूटेंगी
कोंपलें फिर फूटेंगी
Saraswati Bajpai
मात पिता को तुम भूलोगे
मात पिता को तुम भूलोगे
DrLakshman Jha Parimal
क्या अजीब बात है
क्या अजीब बात है
Atul "Krishn"
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
समय और स्वास्थ्य के असली महत्त्व को हम तब समझते हैं जब उसका
समय और स्वास्थ्य के असली महत्त्व को हम तब समझते हैं जब उसका
Paras Nath Jha
DR ARUN KUMAR SHASTRI
DR ARUN KUMAR SHASTRI
DR ARUN KUMAR SHASTRI
अपनी सोच
अपनी सोच
Ravi Maurya
-- फिर हो गयी हत्या --
-- फिर हो गयी हत्या --
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
Loading...