भाई बहन का रिश्ता बचपन और शादी के बाद का
बचपन में भाई-बहन का रिश्ता
नादान, बचपन की शान,माता पिता की जान।
स्कूल हो या पड़ोस भाई बहन होते हैं एक दूजे की पहचान ।
रूठना, मनाना, बड़ी से बड़ी बात पर भी एक दूजे की आँखों में आँसू देखते ही झट से मान जाना।
कभी एक-साथ सैर पर जाना । कभी एक-साथ भोजन खाना।
खुद पर इतराना,एक दूजे को चिढ़ाना ।
एक का दूसरे को मर झट से भाग जाना।
उसका पीछे से जोरों से आवाज लगाना, चप्पल उठा उसे मारने दौड़ जाना ।
कभी एक दूसरे की गलतियों को छिपाना।
एक दूसरे की चीजों पर हक जमाना
तो कभी एक-दूजे के लिए अपना हक भी छोड़ आना।
इस रिश्ते में चाह कर भी कभी किसी दूरी का न आ पाना ।।
भाई बहन का रिश्ता उनकी शादी के बाद
बहन का ससुराल से जब मायके आना, सबसे पहले अपना दर्द अपने भाई से छिपाना ।
उसको छोटा समझ उससे अपनी बात को न बतलाना।
घर में भाभी का आना भाई का उस संग समय बिताना ।
भाई का बहन को कम समय दे पाना, उस संग सैर पर न जाना, उस पर अब पहले सा हक न जमाना ।
आरम्भ हो गया दोनों के रिश्ते में एक छोटी सी दूरी का आना।
बेटी का जवाई को मायके लाना, सभी को पसंद आया उसे घर का ही सदस्य बतलाना ।
भाभी का अपने मायके जाना, भाई का उसे छोड़ कर आना और फिर उसे लेने भी जाना ।
बहन को यह सब पसंद न आना।
आरम्भ हो गया दोनों के रिश्ते में एक छोटी सी दूरी का आना।
बहन का अपने पति और भाभी संग अपने भाई के व्यवहार का नापतोल लगाना।
आरम्भ हो गया दोनों के रिश्ते में एक छोटी सी दूरी का आना।
अब बहन का भाई पर रौब न जमाना।
बात-बात पर रूठ जाना, कभी इस बहाने, कभी उस बहाने, एक -दूसरे की शिकायतें लगाना ।
आरम्भ हो गया दोनों के रिश्ते में एक छोटी सी दूरी का आना।
मैं जानना चाहती हूँ क्यों बंद हो जाए भाई या बहन का एक दूसरे पर हक जमाना ???
मेरे हिसाब से रिश्तो में सबसे पहले भाई-बहन का रिश्ता चाहिए है निभाना।
उस रिश्ते में भाभी हो या जवाई दोनों का निषेध हो आना ।
चिरस्थायी रहे !! वह रिश्ता जो मां-बाप के साए में पला था ।
उस प्यार का सदा एक सा रह पाना।
मेरी अपील है सभी भाइयों और बहनों से कि कहे ••••••
भाई ! तुम सदा वही बचपन वाला रिश्ता ही निभाना ।।
बहन ! तुम भूल मत जाना भाई पर अपना हक
जमाना ।।
धन्यवाद
रजनी कपूर