भाई दूज
भाई दूज
दीर्घ बरस पश्चात यमदेव पधारे
यमुना अति मुदित देख सगा दुआरे
रोली अक्षत से सज्जित कर थाल
चन्दन सुशोभित किए दिव्य भाल
अटूट आस्था,असीम नेह और प्यार
भाई दूज का अतुल भावमय त्योहार
हर्षित भगिनि के मन अनन्य कामना
दीर्घायु हो भाई,सुगम पथ का सामना
-©नवल किशोर सिंह