भविष्य की कविता
कोई भी व्यक्ति पहले नीग्रो, ब्लैक, नारीवादी, आदिवासी और दलित साहित्य को पढ़ ले फिर मेरी कवितााओं की आलोचना करे। साहित्य की पारंपरिक कसौटियों पर मेरी कविताओं का मुल्यांकन ही नहीं जा सकता। मेरी कविताएं भविष्य की कविताओं का प्रतिनिधित्व करती हैं।