भर लें हम जोश……..
ए देश मेरा
तू जीता रहे
तूने शेर के बच्चें पालें हैं
कुछ होगा नहीं
संकल्प लें हम
संयम में
हम तो आगे हैं।
जोश है ये
तक़दीर नहीं
हम तो
चाहने वाले हैं
कुछ होगा नहीं
संकल्प लें हम
संयम में
हम तो आगे हैं।
एक बंधन में बंध जावाँ
ना मिलके भी मिल पाँवा
इतनी सी
है दिल की आरजू।
तेरी राहों में रह जावाँ
तेरी गलियों को महकावां
बस इतनी
है दिल की आरजू।
ये जंग तो
हमें जितना है
हर हाल में
हमने सोच लिया
कब होगा क्या
किसने जाना
फिर भी
हमने तो माना है।
कुछ होगा नहीं
संकल्प लें हम
संयम में
हम तो आगे हैं।
सोनी सिंह
बोकारो(झारखंड)