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30 Mar 2021 · 1 min read

भरो रंग प्यार के

मिटाना हैं सभी तकरार होली में
यह बातें हैं बहुत बेकार होली में

गले हमने मिलाए खूब होली पर
मिलाओ दिल सभी इस बार होली में

मुसलमां और हिंदू सिख यह ईसाई
करें सब प्यार की बौछार होली में

दिलों में नफरतें रहने न पाएं अब
मिलो कुछ यूं सभी इस बार होली में

नहीं है बैर अब, दिल से मिले है सब
सभी सपने हुए साकार होली में

मिलो ऐसे बने इक प्यार का भारत
जला दें नफरतें इस बार होली में

दिलों को जोड़ना मज़हब हमारा है
पढ़ाते हैं तुम्हें हर बार होली में

जो नफरत के हमेशा बीज बोती है
जला दो ऐसी हर सरकार होली में

भरे हैं रंग सबने प्यार के ‘अरशद’
फजा होने लगी गुलजार होली में

1 Like · 3 Comments · 447 Views
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