Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
25 Aug 2022 · 1 min read

भरम

कुछ तुम्हारा भरम, हमने रहने दिया।
सबको कहना था जो, हमने कहने दिया।।

ज़हन की बात, हमने सुनी ही नहीं,
दिल को सहना था और हमने सहने दिया।।

-मोहन

Language: Hindi
2 Likes · 199 Views

You may also like these posts

Environment
Environment
Neelam Sharma
'सिकुड़न'
'सिकुड़न'
Rashmi Sanjay
चिड़िया ( World Sparrow Day )
चिड़िया ( World Sparrow Day )
Indu Nandal
वक़्त को वक़्त
वक़्त को वक़्त
Dr fauzia Naseem shad
Love life
Love life
Buddha Prakash
प्रेम एक ऐसा मार्मिक स्पर्श है,
प्रेम एक ऐसा मार्मिक स्पर्श है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
स्वभाव
स्वभाव
अखिलेश 'अखिल'
महत्व
महत्व
Dr. Kishan tandon kranti
विवेक
विवेक
Rambali Mishra
बुंदेली दोहा-अनमने
बुंदेली दोहा-अनमने
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
মহাদেবের কবিতা
মহাদেবের কবিতা
Arghyadeep Chakraborty
वह भी और मैं भी
वह भी और मैं भी
Minal Aggarwal
उन्हें इल्म हो भी तो कैसे इश्क का,
उन्हें इल्म हो भी तो कैसे इश्क का,
श्याम सांवरा
हिय–तरंगित कर रही हो....!
हिय–तरंगित कर रही हो....!
singh kunwar sarvendra vikram
उमंगों की राह
उमंगों की राह
Sunil Maheshwari
युवा
युवा
Vivek saswat Shukla
"दिल का हाल सुने दिल वाला"
Pushpraj Anant
फूलों से सीखें महकना
फूलों से सीखें महकना
भगवती पारीक 'मनु'
कुंडलियां
कुंडलियां
seema sharma
" दिल की समझ "
Yogendra Chaturwedi
सच
सच
वीर कुमार जैन 'अकेला'
दोहा पंचक. . . . यथार्थ
दोहा पंचक. . . . यथार्थ
sushil sarna
4130.💐 *पूर्णिका* 💐
4130.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
अब ज्यादा तंग मत कर ।
अब ज्यादा तंग मत कर ।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
कन्या
कन्या
Bodhisatva kastooriya
अपना लिया
अपना लिया
Deepesh Dwivedi
हमने गुजारी ज़िंदगी है तीरगी के साथ
हमने गुजारी ज़िंदगी है तीरगी के साथ
Dr Archana Gupta
प्रकाश
प्रकाश
Aman Kumar Holy
अनुपस्थित रहने का सौंदर्य :
अनुपस्थित रहने का सौंदर्य :
पूर्वार्थ
एक डरा हुआ शिक्षक एक रीढ़विहीन विद्यार्थी तैयार करता है, जो
एक डरा हुआ शिक्षक एक रीढ़विहीन विद्यार्थी तैयार करता है, जो
Ranjeet kumar patre
Loading...