भय
भय, मतलब अज्ञानता
मोह, निष्क्रियता
या विश्वास का आभाव ।
जैसे अन्धकार
इसकी अपनी सत्ता नहीं
बस प्रकाश का आभाव हैI
ठीक वैसे ही ज्ञान का आभाव
भय की सत्ता स्थापित करता है ।
इसीलिए यदि भय को मिटाना है
तो भय का कारण खोजें
जब आप वस्तुस्थिति की
समझ विकसित कर लेंगे
निश्चय ही भय की सता समाप्त हो जाएगी।