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9 Dec 2021 · 1 min read

भजन

भजन

तीन लोक के स्वामी ने, मथुरा में आ अवतार लिया।
वसुदेव और देवकी का, जेल में उद्धार किया।

जब -जब विपदा आई जगत में,
तब -तब आप सहाई हुए।
जब-जब विददा आई जगत में ,
तब -तक आप सहाई हुए।
माता देवकी की गोदी का,
आ करके शिंगार हुए।
टूटी कड़ियां ,टूटी बेड़ी, खोले ताले कमाल किया।
तीन लोक के स्वामी ने मथुरा में अवतार लिया।

भाद्रपद की कृष्ण अष्टमी को
यमुना खूब‌ हिलोरे ले।
वसुदेव सिर धर के टोकरी,
यमुना के उस पार चले।
उछली यमुना चरन छुने को,
चरन छुआया शांत किया ।

तीन लोक के स्वामी ने, मथुरा में आअवतार लिया।

शेष शैय्या पर सोने वाले,
गोकुल की माटी चखे।
मुंह खुलवाया जब माता ने
तीन लोक नैना लखे।
तीन लोक को देने वाला,
घर-घर माक्खन चोर बने।

तीन लोक के स्वामी ने, मथुरा मेआ अवतार लिया।
वसुदेव और देवकी का ,जेल में आ अवतार किया ।

ललिता कश्यप गांव सायर जिला बिलासपुर हिमाचल प्रदेश।।

Language: Hindi
Tag: गीत
474 Views
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