भजन-श्री श्याम बाबा
दोहा:
दुनिया इक मझधार है,श्याम हैं खेवनहार
श्याम मेरी सरकार हैं,श्याम ही पालनहार
मेरे श्याम बाबा सहारा तुम्हीं हो
भँवर है ये दुनिया किनारा तुम्हीं हो
न ग़ैरों ने बख़्शा न अपनों ने छोड़ा
खिलौना समझ कर मेरे दिल को तोड़ा
पड़ा काम जब सब ने मुँह अपना मोड़ा
ज़माने में मेरा गुज़ारा तुम्हीं हो….
मेरे दिल की धड़कन का समझो इशारा
बताओ मैं कब तक फिरूँ मारा मारा
मैं हारा हुआ हूँ बनों तुम सहारा
के ख़ुशियों का मेरी पिटारा तुम्हीं हो….
तुम्हारा है सब कुछ तुम्हीं मेरे दाता
मैं सबको नहीं अपने दुखड़े सुनाता
तुम्हीं मेरे रक्षक तुम्हीं हो विधाता
मैं सूखी नदी मेरी धारा तुम्हीं हो….
घटी रौशनी और बढ़ा है अँधेरा
तुम्हीं देख लो सच को झूठों ने घेरा
नहीं राह कोई है जंगल घनेरा
मेरे श्याम रौशन सितारा तुम्हीं हो…