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7 Sep 2022 · 1 min read

भगवान

भगवान

मैं परसों भगवान से मिला
जो अर्द्ध नग्न अवस्था में था
और रिक्शा खींच रहा था
मैं भगवान से बोला भगवान
यह आपकी क्या दशा है
भगवान ने कहा
मेरे दो छोटे छोटे बच्चे है
जो पढ़ते हैं
पेट पालने का सवाल है
पेट खड्डा भी भरना पड़ता है
इसके लिए मुझे पूरे दिन रिक्शा खींचनी पड़ती है
तब जाकर शाम को
अपने बच्चों का पेट भर पाता हूं
अपनी दियाड़ी मज़दूरी करके गुज़ारा चलाता हूं
मेरा नाम भगवान है लेकिन
मैं एक गरीब बेसहारा और निर्बल व्यक्ति हूं
झुग्गी झोपड़ी में रहने वाला
मैं भगवान हूं
मैं भगवान हूं ।

©
खान मनजीत भावड़िया मजीद
गांव भावड़ तहसील गोहाना
जिला सोनीपत हरियाणा
9671504409

Language: Hindi
245 Views

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