Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
10 Aug 2021 · 1 min read

भगवान से

किसी को भेजो
कभी तो भेजो
आंखें चार करने लायक़
मुझसे प्यार करने लायक़…
रात-रात भर
जाग-जाग कर
इंतेज़ार करने लायक़
मुझसे प्यार करे लायक़…
#Geetkar
Shekhar Chandra Mitra
(A Dream of Love)

Language: Hindi
Tag: गीत
435 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

प्यार में ही तकरार होती हैं।
प्यार में ही तकरार होती हैं।
Neeraj Agarwal
4385.*पूर्णिका*
4385.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
##श्रम ही जीवन है ##
##श्रम ही जीवन है ##
Anamika Tiwari 'annpurna '
सच की राह दिखाऊंगा
सच की राह दिखाऊंगा
Rajesh vyas
सफर में चाहते खुशियॉं, तो ले सामान कम निकलो(मुक्तक)
सफर में चाहते खुशियॉं, तो ले सामान कम निकलो(मुक्तक)
Ravi Prakash
हॉस्पिटल मैनेजमेंट
हॉस्पिटल मैनेजमेंट
Dr. Pradeep Kumar Sharma
अपनी इबादत पर गुरूर मत करना.......
अपनी इबादत पर गुरूर मत करना.......
shabina. Naaz
आने दो कुँवार, खिलेगी सुनहरी धान
आने दो कुँवार, खिलेगी सुनहरी धान
Shreedhar
* मंजिल आ जाती है पास *
* मंजिल आ जाती है पास *
surenderpal vaidya
हार गए तो क्या हुआ?
हार गए तो क्या हुआ?
Praveen Bhardwaj
पहला खत
पहला खत
Mamta Rani
मन में सदैव अपने
मन में सदैव अपने
Dr fauzia Naseem shad
प्यासा के कुंडलियां (दारू -मदिरा) विजय कुमार पाण्डेय 'प्यासा'
प्यासा के कुंडलियां (दारू -मदिरा) विजय कुमार पाण्डेय 'प्यासा'
Vijay kumar Pandey
जिंदगी कभी रुकती नहीं, वो तो
जिंदगी कभी रुकती नहीं, वो तो
Befikr Lafz
वक्त
वक्त
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
सिंदूर विवाह का प्रतीक हो सकता है
सिंदूर विवाह का प्रतीक हो सकता है
पूर्वार्थ
तुम्हें करीब आने के लिए मेरे,
तुम्हें करीब आने के लिए मेरे,
Ravi Betulwala
वर्ण पिरामिड
वर्ण पिरामिड
Rambali Mishra
बेटी नहीं उपहार हैं खुशियों का संसार हैं
बेटी नहीं उपहार हैं खुशियों का संसार हैं
Shyamsingh Lodhi Rajput "Tejpuriya"
टूट गया हूं शीशे सा,
टूट गया हूं शीशे सा,
Umender kumar
काश तुम्हारी तस्वीर भी हमसे बातें करती
काश तुम्हारी तस्वीर भी हमसे बातें करती
Dushyant Kumar Patel
उल्फ़त
उल्फ़त
धर्मेंद्र अरोड़ा मुसाफ़िर
- में अजनबी हु इस संसार में -
- में अजनबी हु इस संसार में -
bharat gehlot
बल से दुश्मन को मिटाने
बल से दुश्मन को मिटाने
Anil Mishra Prahari
एक कविता उनके लिए
एक कविता उनके लिए
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
।। श्री सत्यनारायण कथा द्वितीय अध्याय।।
।। श्री सत्यनारायण कथा द्वितीय अध्याय।।
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
■मौजूदा हालात में■
■मौजूदा हालात में■
*प्रणय*
इबादत: एक अलौकिक शक्ति
इबादत: एक अलौकिक शक्ति
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
किन्तु क्या संयोग ऐसा; आज तक मन मिल न पाया?
किन्तु क्या संयोग ऐसा; आज तक मन मिल न पाया?
संजीव शुक्ल 'सचिन'
सजावट की
सजावट की
sushil sarna
Loading...