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22 May 2021 · 1 min read

भगवान की लीला

इस पल
जीवन
अगले पल
मौत
यह क्या खेल है
है यह क्या दुविधा
है यह भगवान की
कैसी लीला
किसने खींची थी
इसकी किस्मत की
लकीर ऐसी
किस महाज्ञानी पंडित ने
बनाई थी इसकी जन्मपत्री
ऐसी
किसने रची थी यह विधा
बनाया यह संसार
बसाया किसी का
घर बार
जन्म का
उपहार देकर
फिर मृत्यु का
दंड दिया
भरपूर जीवन क्यों नहीं
जीने देते प्रभु
हर किसी को
अपने पास वापिस
अच्छे इंसानों को बुलाने की
उन्हें क्या जल्दी रहती है
क्या जरूरत है उनकी
क्या निर्णय हैं उनके
सांसो की तारें थोड़ी लंबी
खींच
सबको जी भर कर
जीने का अवसर दो
सौभाग्य की वर्षा करो
न किसी को
कोई कष्ट दो
न किसी का जीवन
छोटा करो
उसकी सांसे न इतनी जल्दी
हरो
मेरी तो यही प्रार्थना है
यही कामना है
यही आरजू है
यही जुस्तजू है
यही तमन्ना है।

मीनल
सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार
इंडियन डाईकास्टिंग इंडस्ट्रीज
सासनी गेट, आगरा रोड
अलीगढ़ (उ.प्र.) – 202001

Language: Hindi
1 Like · 1 Comment · 429 Views
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