भगत होते तो क्या होता?
भगत होते तो क्या होता?
क्या मन्दिरों में घंटा बज रहा होता ?
क्या भूखे बच्चों के भूख पे भी सत्ता चुप होता?
क्या युवाओं को अशिक्षा के खाई में धकेला जाता?
क्या रोजी रोटी के लिए आदम 70 सालों तक
ऎडिया रगड़ रहा होता क्या यूं ही दीन दुखी भूखों मर रहा होता?
क्या सेठों के महलों में रात दिवाली, दिन को होली मन रहा होता?
क्या जीवन कि नदियां आम जन के लिए तब भी सूखा होता?
भगत होते तो क्या होता??? बोलो न… क्या होता???
~ सिद्धार्थ