भगत एक गाथा…….. अभी जारी है
अपनी माँ के लिए इतना कोई रो नहीं सकता
जिसे निज ध्यान हो इस देश का कभी वो सो नहीं सकता
अमर है वो आत्मा जिसका अवमूल्यन आंका नहीं जाता
और भगत सिंह जैसा दूसरा कोई फिर हो नहीं सकता
आइए कविता की यात्रा पर चलते हैं
भगत शान है
भगत आन है
भगत महान है
भगत भगवान है
भगत बलिदान है
भगत स्वाभिमान है
भगत दैदीप्यमान है
भगत उन्नत उडा़न है
भगत मुखर गान है
भगत उग्र तूफान है
भगत अर्पित विधान है
भगत बज्र बलवान है
भगत मातृ का ध्यान है
भगत स्वयं कीर्तिमान है
भगत अविराम अभियान है
भगत ऋण का भुगतान है
भगत बलिदान की तान है
भगत क्रांति का उफान है
भगत मृत्यु का आह्वान है
भगत गुणों की खान है
भगत स्वर्णिम यशोगान है
भगत प्रलयकारी घमासान है
भगत शत्रुओं का हलाकान है
भगत देश का नीति निधान है
भगत जीवन का पुनरूत्थान है
भगत दिव्य आत्मा का स्थान है
भगत भारत पर एहसान है
भगत शीश कटाने का प्रावधान है
भगत निर्भिकता से समाधान है
भगत माँ के तिलक का निशान है
भगत माँ की महिमा का बखान है
भगत समर्पण का समग्र व्याख्यान है
भगत सतर्क बोध सचेत ज्ञान है
भगत प्रत्येक भारतीय में विद्यमान है
भगत के बिना भारत विहीन, विरान है
भगत इस धरती की सच्ची संतान है
भगत आजादी का अमूल्य योगदान है
भगत देशभक्ति का अद्वितीय वरदान है
भगत भारत का अमिट अभिमान है
भगत हम भारतीयों की बुलंद पहचान है
भगत माँ भारती की एक अक्षुण्य जान है
भगत एक सुदृढ़ अखण्ड हिन्दुस्तान है।
पूर्णतः मौलिक स्वरचित सृजन
आदित्य कुमार भारती
टेंगनमाड़ा, बिलासपुर, छ.ग.