भक्त औ भगवान का ये साथ प्यारा है।
गज़ल
2122/2122/2122/2
भक्त औ भगवान का ये साथ प्यारा है।
दोस्त बनकर दोस्ती को भी निभाया है।
दोस्ती में दिल मिला लेता है जो अपना,
दोस्त का वो हर समय पर साथ देता है।
खून के रिश्तों से बढ़कर दोस्ती यारो,
ये ही इक सारे जहां से प्यारा रिश्ता है।
हर खबर रहती उसे चाहे कहीं भी हो,
हर कदम भगवान सा वो साथ चलता है।
अंग रक्षक बन के वो आगे खड़ा होता,
जंग हो तो पहले अपनी जान देता है।
कौन करता दोस्ती है मतलबी दुनियां।
दोस्ती के नाम पर व्यापार चलता है।
प्रेम करते हैं जो ‘प्रेमी’ जान लो उनको,
मां पिता या दोस्त सच्चा प्यार करता है।
……….✍️ सत्य कुमार ‘प्रेमी’