Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
6 Nov 2021 · 1 min read

बड़े कौन- पत्नी या मित्र ?

एक कथा कहीं से लाया हूँ, सुनिए जरा….

श्री सुदामा घर आये हुए थे श्रीकृष्ण के।
तब घर के अंदर श्रीमती रुक्मिणी ने श्रीकृष्ण से भावश: प्रश्न की-

‘अगर आपको मित्र और पत्नी में किसी एक को चुनने हों, तो किसे चुनेंगे?’
श्रीकृष्ण ने कुटिल मुस्कान बिखेरे-

‘पत्नी तो सोना (स्वर्ण) होती है और मित्र हीरा । सोना टूटकर भी जुड़ सकता है, किन्तु हीरा टूटने के बाद जुटता नहीं, बिखरता है । इसलिए प्रत्येक व्यक्ति को हीरे की पहचान कर उसे बिखरने से बचाने चाहिए!’

उत्तर सुनकर श्रीमती रुक्मिणी भी मुस्कराई, तो श्रीसुदामा भी। श्रीकृष्ण तो कुटिल मुस्कान बिखेरे तो थे ही !

2 Likes · 1 Comment · 506 Views

You may also like these posts

तुम से ज़ुदा हुए
तुम से ज़ुदा हुए
हिमांशु Kulshrestha
भूल सकते थे आपको हम भी ,
भूल सकते थे आपको हम भी ,
Dr fauzia Naseem shad
ख़ुद से अपना हाथ छुड़ा कर - संदीप ठाकुर
ख़ुद से अपना हाथ छुड़ा कर - संदीप ठाकुर
Sandeep Thakur
मन में उतर कर मन से उतर गए
मन में उतर कर मन से उतर गए
ruby kumari
निर्मोही हो तुम
निर्मोही हो तुम
A🇨🇭maanush
देवर्षि नारद जी
देवर्षि नारद जी
Ramji Tiwari
Holding onto someone who doesn't want to stay is the worst h
Holding onto someone who doesn't want to stay is the worst h
पूर्वार्थ
अच्छे बच्चे
अच्छे बच्चे
Dr. Pradeep Kumar Sharma
" अलबेले से गाँव है "
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
समय को भी तलाश है ।
समय को भी तलाश है ।
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
"फिर"
Dr. Kishan tandon kranti
तज़्किरे
तज़्किरे
Kalamkash
"उत्सवों का महत्व"
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
मानव जब जब जोड़ लगाता है पत्थर पानी जाता है ...
मानव जब जब जोड़ लगाता है पत्थर पानी जाता है ...
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Anurag Mehta Suroor
जो लड़कियां केवल अपने सौंदर्य को चमकाती है।
जो लड़कियां केवल अपने सौंदर्य को चमकाती है।
Rj Anand Prajapati
जिंदगी पेड़ जैसी है
जिंदगी पेड़ जैसी है
Surinder blackpen
किसने किसको क्या कहा,
किसने किसको क्या कहा,
sushil sarna
कोशिश करना छोरो मत,
कोशिश करना छोरो मत,
Ranjeet kumar patre
4214💐 *पूर्णिका* 💐
4214💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
स्वाभिमान
स्वाभिमान
डॉ नवीन जोशी 'नवल'
*इश्क़ न हो किसी को*
*इश्क़ न हो किसी को*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
दर्दों का कारवां (कविता)
दर्दों का कारवां (कविता)
Indu Singh
..
..
*प्रणय*
हाथी मर गये कोदो खाकर
हाथी मर गये कोदो खाकर
Dhirendra Singh
अपने जन्मदिन पर
अपने जन्मदिन पर
Sudhir srivastava
निर्गुण
निर्गुण
Shekhar Chandra Mitra
1.राज
1.राज "अविरल रसराजसौरभम्"
पं.आशीष अविरल चतुर्वेदी
*भॅंवर के बीच में भी हम, प्रबल आशा सॅंजोए हैं (हिंदी गजल)*
*भॅंवर के बीच में भी हम, प्रबल आशा सॅंजोए हैं (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
Drd
Drd
Neeleshkumar Gupt
Loading...