ब्लू व्हेल गेम नही खेलना
जीवन है बड़ा अनमोल,
ममता का नही है मोल,
कितना सुंदर जीवन है,
मां का दिया वरदान है,
ममता की मुश्कान है,
जिसमे समाया जहांन है,
कितनी आशाओं का विश्वास है,
उनकी ही दी हर श्वास हैं ,
आंखों में न आँसू देख पाए,
मां की ममता ऐसी होए,
हर कष्ट को वह सह लेती,
सुत को न आंच आने देती,
फिर क्यो…………………
कुछ यूं जीवन को छोड़ देते,
मां के दिल को तुम तोड़ देते,
किसी की बातों में बहक जाते,
मां की फुलवारी भूल जाते,
काल्पनिक जगत में विचरते,
अपने तन को कष्ट पहुंचाते,
जरा सोचो……………….
अद्वीतीय है मां का त्याग,
चरणों में बसा हैं प्रयाग,
धारण कर नौ माह,
छोड़ती सबका मोह,
हर कष्ट सहती
उफ तक न कहती
सुन किलकारियों की गूंज,
प्रेम में तुम्हारे लेती आंखे मूंद,
जीवन है बड़ा अनमोल,
ममता का नही है मोल,
नही इसको ऐसे खोना,
ब्लू व्हेल गेम नही खेलना,
।।।जेपीएल।।।