बोलो क्या लफड़ा है
(शेर)- देखते हो ऐसे क्या अकेले, फेसबुक पर हमेशा तुम।
दिखाते नहीं हो यूट्यूब, आखिर परिवार को क्यों तुम।।
क्या लफड़ा है कि, देखते हो अकेले ही तुम इंस्टाग्राम।
कौन है व्हाट्सएप पर तुम्हारे दोस्त, छुपाते हो क्यों तुम।।
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पत्नी सँग नहीं फेसबुक पर, बोलो क्या लफड़ा है।
पति सँग नहीं इंस्टाग्राम पर, बोलो क्या झगड़ा है।।
बोलो क्या लफड़ा है, बोलो क्या झगड़ा है।– (2)
पत्नी सँग नहीं फेसबुक पर————————।।
स्माईल में हो फेसबुक पर, हजारों तुम्हारे दोस्त हैं।
इंस्टाग्राम पर तुम्हारे वीडियो में, तुम्हारी तो मौज हैं।।
लेकिन घर में बच्चों के सँग, चेहरा तुम्हारा उखड़ा है।
बोलो क्या लफड़ा है, बोलो क्या झगड़ा है।– (2)
पत्नी सँग नहीं फेसबुक पर———————।।
पति के सँग फेसबुक पर, फोटो तुम्हारे दिखते नहीं।
लगते हो तुम कुँवारे जैसे, शादीशुदा तुम दिखते नहीं।।
इंस्टाग्राम पर फोटो तुम्हारा, क्यों अकेला- तगड़ा है।
बोलो क्या लफड़ा है, बोलो क्या झगड़ा है।– (2)
पत्नी सँग नहीं फेसबुक पर——————-।।
यूट्यूब पर अपलोड तुम्हारे, वीडियो बहुत रंगीन है।
व्हाट्सएप पर स्टेटस तुम्हारे, लगते बहुत हसीन है।।
परिवार के सँग आँख मिचौली, बोलो क्या रगड़ा है।
बोलो क्या लफड़ा है, बोलो क्या झगड़ा है।– (2)
पत्नी सँग नहीं फेसबुक पर——————-।।
शिक्षक एवं साहित्यकार
गुरुदीन वर्मा उर्फ़ जी.आज़ाद
तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान)