बोलना है झूंठ __ हास्य व्यंग मुक्तक
✍️✍️हास्य व्यंग मुक्तक✍️✍️
बोलना है झूंठ अगर हमसे सीखिए।
तोलना है कम किसी को हमसे सीखिए।।
सीखे है तरीके यह बड़े नाज से हमने,
तुमको भी सिखा देंगे आज हमसे सीखिए।।
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धंधा है यह अच्छा कभी मंदा नहीं होता।
काली रात अमावस की चंदा नहीं होता।।
पहचानेगा नहीं तुम्हें कोई काले बाजार में,
मन चाहा लूटो समझदार हर बंदा नहीं होता।।
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राजेश व्यास अनुनय