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12 Jun 2024 · 1 min read

बोलना खटकता है ! दुनिया को खामोश हुआ, जबसे, कोई शिकवा नहीं ।

बोलना खटकता है ! दुनिया को खामोश हुआ, जबसे, कोई शिकवा नहीं ।

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