बॉलीवुड का असली चेहरा
इन बॉलीवुड वालों पर कभी भरोसा नही करना चाहिए ,यह धोखेबाज और मक्कार होते हैं। यह अपनी फिल्मी दुनिया में स्थापित होने का हक और अवसर केवल नामी गिरामी स्टार पुत्रों / पुत्रियों को ही देते हैं।
बाकी बाहर से कोई भी कलाकार इसमें नहीं समा सकता।
उसके लिए इनकी तरफ से गहरे और खतरनाक साजिशों के जाल बिछने शुरू हो जाते हैं। सभी को पता है स्व सुशांत राजपूत के साथ क्या हुआ ? इसी प्रकार , रानू मंडल का क्या हुआ ? मुश्किल से एक फिल्म और एक एल्बम में अवसर मिला , फिर गायब हो गई वो भी ।इसी प्रकार और भी आयेंगे और इसी तरह गायब हो जाएंगे ।या कर दिए जायेंगे ।
यहां तक के म्यूजिक कांटेस्ट में जीतने वाले नवोदित कलाकार भी बस एक बार अवसर मिलने के बाद गायब हो जाते हैं। आज तक और अब भी जितने म्यूजिक कांटेस्ट हुए है । किसी ने जानने की कोशिश की या किसी। को पता लगा कि वोह भारी इनाम और इकराम पाकर आखिर वोह कलाकार गए कहां ?
और यह भी हम दावे के साथ कहते है ,की इन नामी गिरामी स्टार पुत्रों से कला कौशल और अनुभव में किसी लिहाज से कम नहीं होते ,यह जमीन से उठे मेहनतकश कलाकार ।फिर भी न तो इनका आदर यहां होता है ना इनकी कला कौशल और मेहनत का । बल्कि हर अवार्ड फंक्शन में बड़े सितारों द्वारा इनकी ,
खिल्ली उड़ाई जाती है । इनका सबके सामने मजाक उड़ाकर , अपमानित किया जाता है। मगर यह मासूम ,और हद से शरीफ कलाकार अपनी पैठ जमाने की कोशिश में ,काम मिलता रहे इसके लालच में ( मजबूरी भी कह सकते हैं सब कुछ सहते है। युवतियों के साथ कास्टिंग काउच होता है और युवकों के साथ भी अलग तरह का दुर्व्यवहार इस घिनौनी नगरी में किया जाता है।
कुकरमुत्तों की तरह रोज उगने वाली ( हमारा मतलब बनने वाली ) फिल्मों में उन जीते हुए कलाकारों की आवाज तो कभी हमने सुनी ही नहीं।बस जो स्थापित कलाकार हैं वही गा रहे होते हैं। अब हम दावे के साथ कह सकते है ,और पूर्व अनुभव के आधार पर भी,यह सत्य है ।की इन दिनों इंडियन आइडल के कलाकारों भी यही हश्र होने वाला है ।
इसीलिए इस दूर से खुबसूरत और पास से खौफनाक दिखने वाली माया नगरी से दूर ही रहा जाए तो बेहतर होगा । इस नगरी को दूर से ही सलाम ।