★फसल किसान की जान हिंदुस्तान की★
बैलों से करता जुताई और कुएं के पानी से करता वो फसल की सिंचाई था । फसल थी जूट की उसमें वो करता खरपतवार की पूरे दिन बिनाई था। काटकर फसल बेचकर बाजार में वो करता कमाई था। और लिया था बेटी की शादी में जो कर्ज उसी कमाई से करता वो उस कर्ज की भरपाई था । अचानक हुई बारिश सारी फसल टूट कर बिखर गई अचानक उसी रात एक जूट की रस्सी उसका सहारा बन कर निखर गई। पता चला सुबह उस जूट की रस्सी से लटका अपना किसान भाई था। बहुत रोया और बहुत गिड़गिड़ाया वो परिवार मेरे भाई था। बैलों से करता जुताई और कुएं के पानी से करता वो फसल की सिंचाई था।।
जय जवान जय किसान
★IPS KAMAL THAKUR ★