Sahityapedia
Login
Create Account
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
हिमांशु Kulshrestha
40 Followers
Follow
Report this post
14 Oct 2024 · 1 min read
बेहद मामूली सा
बेहद मामूली सा
महज़ एक ख्याल
ही तो हूँ मैं
जो याद आ जाऊँ
कभी
बस मुस्कुरा भर देना
Tag:
Quote Writer
Like
Share
21 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Join Sahityapedia on Whatsapp
You may also like:
वो अनजाना शहर
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
बाण मां के दोहे
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
स्वतंत्रता
Shashi Mahajan
ज़िन्दगी
डॉक्टर रागिनी
जरूरत तेरी अब वैसी नहीं
gurudeenverma198
काश जज्बात को लिखने का हुनर किसी को आता।
Ashwini sharma
उसे भूला देना इतना आसान नहीं है
Keshav kishor Kumar
आकलन
Mahender Singh
*साबुन से धोकर यद्यपि तुम, मुखड़े को चमकाओगे (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
सत्य की खोज
Dheerja Sharma
रिश्ते अब रास्तों पर
Atul "Krishn"
ठोकरें आज भी मुझे खुद ढूंढ लेती हैं
Manisha Manjari
ढूंढा तुम्हे दरबदर, मांगा मंदिर मस्जिद मजार में
Kumar lalit
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
गरीबी
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
हमारी नई दुनिया
Bindesh kumar jha
“दो अपना तुम साथ मुझे”
DrLakshman Jha Parimal
छुआ है जब से मैंने उम्र की ढलान को,
Dr fauzia Naseem shad
"कैसे कहूँ"
Dr. Kishan tandon kranti
पगली
Kanchan Khanna
"दयानत" ग़ज़ल
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
मंदिर का न्योता ठुकराकर हे भाई तुमने पाप किया।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
"यहाँ चंद लोगों के लिए लिख रहा हूँ मैं ll
पूर्वार्थ
*यौगिक क्रिया सा ये कवि दल*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
ॐ
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
ग़ज़ल _ थोड़ा सा मुस्कुरा कर 🥰
Neelofar Khan
3067.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
* शक्ति स्वरूपा *
surenderpal vaidya
ग़ज़ल
Neelam Sharma
कुछ एक आशू, कुछ एक आखों में होगा,
goutam shaw
Loading...