बेशर्म रात
गुलों का बिछोना बड़ा नर्म है।
अलावों भरी ये हवा गर्म है ।।
तुम्हारे लवों की हँसी से लगा।
मुलाकात की रात बेशर्म है।।
-जगदीश शर्मा
गुलों का बिछोना बड़ा नर्म है।
अलावों भरी ये हवा गर्म है ।।
तुम्हारे लवों की हँसी से लगा।
मुलाकात की रात बेशर्म है।।
-जगदीश शर्मा