Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
16 Jun 2021 · 1 min read

बेवफ़ाई

जब तूने मुझे तोड़ा था,
कई महीने जला दिए थे मैंने संभलते- संभलते ।

जिस सच को मेरी आँखों ने देखा था,
बिखर सा गया था दिल उसे अपनाते-अपनाते।

जब तू इस वास्तविकता को लिख रही थी,
दिन गुज़रते थे मेरे एक सपने में मुस्कराते-मुस्कराते।

जिस मूरत पे किसी की आँख तक न उठने दी थी,
हार सा गया था मैं उसे अपने मन से हटाते-हटाते ।

– सिद्धांत शर्मा

Language: Hindi
2 Likes · 2 Comments · 317 Views

You may also like these posts

परछाई
परछाई
Dr Archana Gupta
हनुमंत लाल बैठे चरणों में देखें प्रभु की प्रभुताई।
हनुमंत लाल बैठे चरणों में देखें प्रभु की प्रभुताई।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
सुनो सखी !
सुनो सखी !
Manju sagar
शून्य ही सत्य
शून्य ही सत्य
Kanchan verma
*शिक्षक जिम्मेदार, देश का धन है असली (कुंडलिया )*
*शिक्षक जिम्मेदार, देश का धन है असली (कुंडलिया )*
Ravi Prakash
ठुकरा के तुझे
ठुकरा के तुझे
Chitra Bisht
"आय और उम्र"
Dr. Kishan tandon kranti
Student love
Student love
Ankita Patel
बात बहुत सटीक है। आजकल का प्रेम विफल होने का एक मुख्य कारण य
बात बहुत सटीक है। आजकल का प्रेम विफल होने का एक मुख्य कारण य
पूर्वार्थ
"बस तेरे खातिर"
ओसमणी साहू 'ओश'
पलकों की दहलीज पर
पलकों की दहलीज पर
RAMESH SHARMA
शाम हुई, नन्हें परिंदे घर लौट आते हैं,
शाम हुई, नन्हें परिंदे घर लौट आते हैं,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
अफ़वाह है ये शहर भर में कि हमने तुम्हें भुला रक्खा है,
अफ़वाह है ये शहर भर में कि हमने तुम्हें भुला रक्खा है,
Shikha Mishra
Poem
Poem
Prithwiraj kamila
नज़र नहीं आते
नज़र नहीं आते
surenderpal vaidya
नेता जब से बोलने लगे सच
नेता जब से बोलने लगे सच
Dhirendra Singh
नव वर्ष की बधाई -2024
नव वर्ष की बधाई -2024
Raju Gajbhiye
जादू था या तिलिस्म था तेरी निगाह में,
जादू था या तिलिस्म था तेरी निगाह में,
Shweta Soni
आज अंधेरे से दोस्ती कर ली मेंने,
आज अंधेरे से दोस्ती कर ली मेंने,
Sunil Maheshwari
वर्ण पिरामिड
वर्ण पिरामिड
Rambali Mishra
ठहर कर देखता हूँ खुद को जब मैं
ठहर कर देखता हूँ खुद को जब मैं
सिद्धार्थ गोरखपुरी
!!भोर का जागरण!!
!!भोर का जागरण!!
जय लगन कुमार हैप्पी
अनमोल मोती
अनमोल मोती
krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर
भीष्म के उत्तरायण
भीष्म के उत्तरायण
Shaily
पड़ोसन के वास्ते
पड़ोसन के वास्ते
VINOD CHAUHAN
स्वयं से परीक्षा
स्वयं से परीक्षा
Saurabh Agarwal
ग़ज़ल
ग़ज़ल
आर.एस. 'प्रीतम'
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
उठो भवानी
उठो भवानी
उमा झा
ठहर गया
ठहर गया
sushil sarna
Loading...