बेवजह रूठना
बेवजह ही रूठा करते हैं वोह लोग,
जिन्हें किसी से मुहोबत नहीं होती .
उनसे दिल-ऐ- रिश्ता जोड़ना फ़िज़ूल है,
जिनके दिल में इंसानियत नहीं होती.
बेवजह ही रूठा करते हैं वोह लोग,
जिन्हें किसी से मुहोबत नहीं होती .
उनसे दिल-ऐ- रिश्ता जोड़ना फ़िज़ूल है,
जिनके दिल में इंसानियत नहीं होती.