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20 Mar 2024 · 1 min read

बेवक्त बारिश होने से ..

बेवक्त बारिश होने से ..
चेहरे पे मायूसी छाई हैं,
वो जो फ़सल लह-लहाई थी
आज खेतों में कुम्हलाई हैं…

‌ -केशव

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