बेवकूफ हाइकू
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प्रश्न से दूर।
बेवकूफ हाइकू।
मनुष्य भी है।
चाँदनी ही क्यों?
बेवकूफ हाइकू।
तपता मन!
सबके लिए।
बेवकूफ हाइकू।
खोलो बदन।
है रेगिस्तान।
फैलता,सिकुड़ता।
नि:शब्द दर्द।
कितना दु:ख!
बेवकूफ हाइकू।
साहस वहे!
कुछ उलीचो।
बेवकूफ हाइकू।
सामान्य बातें।
सत्ता की कुर्सी।
कुरुक्षेत्र रचूँगा।
टूटी ही सही।
हारता नहीं।
रश्मिरथी कौन्तेय।
जाता हराया।
परशुराम।
है सामंतवादिता।
बदला नहीं।
रावण को तो।
अहंकार भी शौर्य।
अनावृत जो।
राम का रण।
है किसे समर्पित।
आर्य,अनार्य?