बेरोजगार शायर
तेरा शायर
बेरोजगार है कहना
अपनी ज़िंदगी से
बेजार है कहना…
तेरी देखभाल
कैसे करेगा
वह ख़ुद भूखा और
बीमार है कहना…
उससे कतराकर
आगे निकल जा
वह रास्ते की
दीवार है कहना…
वह तो पतझड़ का
वारिस है एक
तेरे लिए केवल
बहार है कहना…
तेरे दामन में
क्या ठीक लगेगा
वह तो मुट्ठी भर
गुबार है कहना…
जिसे समझा तूने
सपनों का घर
वह अरमानों का
मजार है कहना…
हालात का मातम
मनाने को मजबूर
वह लूटा हुआ
एक दयार है कहना…
उससे प्यार करके
तुझे क्या मिलेगा
वह तो हर तरह से
बेकार है कहना…
#Geetkar
Shekhar Chandra Mitra
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