बेनाम रिश्ता
मुझे नहीं पता मेरा तुमसे क्या रिश्ता है
लेकिन तुम्हारे आँखों के आँसू मुझे
विचलित कर देते हैं,
एक अजीब छटपटाहट से भर देते हैं और
ये छटपटाहट तब तक शांत नहीं होती
जब तक मैं तुम्हारे उन आँसुओं को हँसी में ना बदल दूँ।
मुझे नहीं पता मेरा तुमसे क्या रिश्ता है
लेकिन कुछ पल के लिए भी तुम्हारा किसी और से घुल-मिल जाना
मुझे असुरक्षा की भावना से भर देता है।
मुझे नहीं पता मेरा तुमसे क्या रिश्ता है
लेकिन भगवान से यही प्रार्थना है कि
ये रिश्ता हमेशा यूं ही बना रहे।