बेताब दिल की तमन्ना
बेताब दिल की तमन्ना तलाश रही हैं तुम्हें
बेताब दिल की तमन्ना…………..
जाने क्यों हर पल तुम्हारा ख़याल रहता है
हर घड़ी दिल की धड़कन तलाश रही हैं तुम्हे
बेताब दिल की तमन्ना…………..
वक्त मिलते ही दिल ढूंडने निकल पड़ता है
हर घड़ी दिल की आरजू तलाश रही हैं तुम्हे
बेताब दिल की तमन्ना……………
तुम करीब हो यहीं कहीं पर ऐसा लगता है
हर घड़ी दिल की ख़्वाहिश तलाश रही हैं तुम्हे
बेताब दिल की तमन्ना…………….
तरस रहे हैं’विनोद’देखने को मन करता है
हर घड़ी दिल की बेकली तलाश रही है तुम्हे
बेताब दिल की तमन्ना…………….
स्वरचित
( विनोद चौहान )