Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
10 Oct 2018 · 1 min read

बेताब ऑखो की ख्वाहिशें

बेताब ऑखो की ख्वाहिशें अब
मरने लगी है,

रूह का तिनका टूट-टूट कर
झरने लगी है।

दर्द-ए-दिल की दास्तान जो
दफ्न थी दिल मेें,

खुश्क हवाओं की चोट से फिर
सुबकने लगी है।

जिन खुशियों को हमने अपनी
खूं से खरीदा था,

बीते वक्त की रेत पर फिर से
बिखरने लगी है।

-के. के. राजीव

Language: Hindi
273 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
दो कदम
दो कदम
Dr fauzia Naseem shad
कभी तो फिर मिलो
कभी तो फिर मिलो
Davina Amar Thakral
अजी क्षमा हम तो अत्याधुनिक हो गये है
अजी क्षमा हम तो अत्याधुनिक हो गये है
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
सोचते होंगे तुम
सोचते होंगे तुम
Dheerja Sharma
हिन्दु नववर्ष
हिन्दु नववर्ष
भरत कुमार सोलंकी
सलाम मत करना।
सलाम मत करना।
Suraj Mehra
आओ न! बचपन की छुट्टी मनाएं
आओ न! बचपन की छुट्टी मनाएं
डॉ० रोहित कौशिक
औपचारिक हूं, वास्तविकता नहीं हूं
औपचारिक हूं, वास्तविकता नहीं हूं
Keshav kishor Kumar
*प्रकृति के हम हैं मित्र*
*प्रकृति के हम हैं मित्र*
Dushyant Kumar
3975.💐 *पूर्णिका* 💐
3975.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
तब जानोगे
तब जानोगे
विजय कुमार नामदेव
जब कोई आपसे बहुत बोलने वाला व्यक्ति
जब कोई आपसे बहुत बोलने वाला व्यक्ति
पूर्वार्थ
न ही मगरूर हूं, न ही मजबूर हूं।
न ही मगरूर हूं, न ही मजबूर हूं।
विकास शुक्ल
मेरी सरलता की सीमा कोई नहीं जान पाता
मेरी सरलता की सीमा कोई नहीं जान पाता
Pramila sultan
भोर की खामोशियां कुछ कह रही है।
भोर की खामोशियां कुछ कह रही है।
surenderpal vaidya
मेरे दो बेटे हैं
मेरे दो बेटे हैं
Santosh Shrivastava
कहानी हर दिल की
कहानी हर दिल की
Surinder blackpen
ख्वाबों के रेल में
ख्वाबों के रेल में
Ritu Verma
दो किनारे हैं दरिया के
दो किनारे हैं दरिया के
VINOD CHAUHAN
*बेटी को पलकों पर रखना, धन्यवाद दामाद जी (गीत)*
*बेटी को पलकों पर रखना, धन्यवाद दामाद जी (गीत)*
Ravi Prakash
दियो आहाँ ध्यान बढियाँ सं, जखन आहाँ लिखी रहल छी
दियो आहाँ ध्यान बढियाँ सं, जखन आहाँ लिखी रहल छी
DrLakshman Jha Parimal
..
..
*प्रणय*
सफलता का बीज
सफलता का बीज
Dr. Kishan tandon kranti
*मनः संवाद----*
*मनः संवाद----*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
शिव-शक्ति लास्य
शिव-शक्ति लास्य
ऋचा पाठक पंत
*कैसे हार मान लूं
*कैसे हार मान लूं
Suryakant Dwivedi
बदलती स्याही
बदलती स्याही
Seema gupta,Alwar
मकरंद
मकरंद
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
गर्मी की छुट्टियों का होमवर्क
गर्मी की छुट्टियों का होमवर्क
अमित
बड़ा कौन
बड़ा कौन
Sanjay ' शून्य'
Loading...