बेटी
एक प्यारी मुस्कान से, सबके दिल पर छा जाती है
होती है दिल का टुकड़ा, पराया धन कहलाती है
तेरे गिरते एक आंसू से, मेरा मन विचलित हो जाता है
तेरी एक हँसी के ख़ातिर, मन लाख जतन कर जाता है
तेरी पायल की छनछन ही, इस तात का दिल धड़काती है
तेरी हर एक अदा निर्मल, तू सबके मन को लुभाती है
तेरे आने से घर आंगन, सब पावन धाम हो जाता है
तुझ से घर में रौनक लगती, तुझसे हर दुख हर जाता है ।
।। आकाशवाणी ।।