बेटी
हाइकु
1
बेटा या बेटी
ना करो अपमान
एक समान
2
बेटी भी होती
परिवार की जान
नहीं सामान
3
एक नहीं दो
आँगन है रोशन
बढाती मान
4
कई रिश्ते
लेकर चलती है
बेटी है नाम
5
एक पैगाम
वजूद है हमारा
जब है बेटी
6
आँगन सूना
सारा संसार सूना
बेटी के बिन
7
जब है बेटी
गूंजता है आंगन
हंसी है बेटी
8
संसार दुखी
दर दर भटके
खोजता ख़ुशी
भूपेंद्र रावत
16/08/2017