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26 Sep 2021 · 1 min read

बेटी

जब गूंजी बेटी की किलकारी
आंगन में रौनक छाई थी…

दादाजी जी की लक्ष्मी घर आई
दादी का बचपन लाई हैं…

मां की सहेली बनकर आईं
पापा के प्यार की वो हकदार बन कर आई है….

भाई की वो लाडली बनकर आई
किसी के घर की बहार बनकर आई है…

Language: Hindi
4 Likes · 4 Comments · 398 Views
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