बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ सब कहते हैं।
बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ सब कहते हैं।
दर्द/अवसाद में जी रहे बेटों का क्या होगा ?
कभी घर कभी बाहर कभी बहन की शादी तो कभी घरवालों का इलाज करवाते रहें।
उसके अपने अरमानों का क्या होगा ?
घुट घुट कर जी रहा है वो
जिस दिन हिम्मत टूट गई और सच में घुट गया तो।
तुम्हारे आने वाले चिरागों का क्या होगा ?