बेटी गीत
बेटी गीत
°°°°°°°°°°
रंग बिरंगे फ़ूलों से एक बगिया खिले,
मेरी प्यारी-प्यारी बेटियों से आंगन सजे ।
माँ जननी है बच्चों की, दोनों में एक पीड़ा है,
बेटा ग़र अनमोल रतन है,बेटी मेरी हीरा है।
बेटा मेरा राजा है तो बेटियाँ परी ।
मेरी प्यारी-प्यारी बेटियों से आंगन सजे ।।
बेटा कुल का दीपक है तो बेटियाँ कुल की ज्योति है,
सुख-दुख में वो मातु-पिता के सबसे आगे होती है।
एक है दीया है तो एक रोशनी है।
मेरी प्यारी-प्यारी बेटियों से आंगन सजे।।
भले उड़ाने भरती बेटियाँ ममता की तो मूरत है,
मां के मन की छवि है पापा की चारो तीरथ है।
संग भाई के कदम मिलाते चली।
मेरी प्यारी-प्यारी बेटियों से आंगन सजे।।
रंग बिरंगे फ़ूलों से एक बगिया खिले,
मेरी प्यारी-प्यारी बेटियों से आंगन सजे ।
मौलिक एवं स्वरचित
सर्वाधिकार सुरक्षित।
© ®
गीतकार – निरुपमा कर्ण
कटिहार (बिहार)
तिथि – २३ /१० /२०२१
मोबाइल न. – 8271144282