*** बेटियोँ ***
*** बेटियोँ ***
बेटियोँ घर , आँगन का फूल है
खुशिया देना उसका उसूल है
बेटियोँ का खर्च ना फिजूल है
बेटियोँ की हर दुआ कबूल है
हर क्षेत्र में आगे बेटियोँ
तोड़ती समाज की बेड़ियोँ
बेटियोँ को नाराज करना इंसान तेरी भूल है
बेटियोँ के कदम धरती पर पड़ते ही श्री,लक्ष्मी है
– राजू गजभिये
बदनावर जिला धार ( मध्य प्रदेश )