Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
21 Jul 2022 · 1 min read

बेटियां।

बेटियां,,,
मौसम सी होती है!!!
उनके होने से,
घर में बहार रहती है,,,
विदा होती है तो घर द्वार,,,
सब पतझड़ कर जाती है!!!
बेटियां मौसम सी होती है!!!

बेटियां,,,
बरक्कत सी होती है!!!
वो थोड़े में ही,
गुज़ारा कर लेती है,,,
मां बाप का दुख दर्द ,,,
वो जीवन भर समझती है!!!
बेटियां बरक्कत सी होती है!!!

बेटियां,,,
देवियों के जैसी होती है!!!
वो अपनी प्रखरता से,
सबको मोह लेती है,,,
वो प्रेम स्नेह से,,,
हर रिश्ते को जीती है!!!
बेटियां देवियां के जैसी होती है!!!

बेटियां,,,
संपन्नता की प्रतीक होती है!!!
अपने निश्चल मन से,
वो शौर्य वैभव घर में लाती है,,,
आए जो विपत्ती कभी घर में,,,
वो ढाल बनकर इनसे लड़ जाती है!!!
बेटियां संपन्नता का प्रतीक होती है!!!

ताज मोहम्मद
लखनऊ

Language: Hindi
3 Likes · 4 Comments · 309 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Taj Mohammad
View all
You may also like:
शिक्षकों को प्रणाम*
शिक्षकों को प्रणाम*
Madhu Shah
अगर कोई लक्ष्य पाना चाहते हो तो
अगर कोई लक्ष्य पाना चाहते हो तो
Sonam Puneet Dubey
कभी उलझन,
कभी उलझन,
हिमांशु Kulshrestha
हम कोई भी कार्य करें
हम कोई भी कार्य करें
Swami Ganganiya
न जाने  कितनी उम्मीदें  मर गईं  मेरे अन्दर
न जाने कितनी उम्मीदें मर गईं मेरे अन्दर
इशरत हिदायत ख़ान
मिल जाएँगे कई सिकंदर कलंदर इस ज़माने में मगर,
मिल जाएँगे कई सिकंदर कलंदर इस ज़माने में मगर,
शेखर सिंह
वस्तुएं महंगी नही आप गरीब है जैसे ही आपकी आय बढ़ेगी आपको हर
वस्तुएं महंगी नही आप गरीब है जैसे ही आपकी आय बढ़ेगी आपको हर
Rj Anand Prajapati
GOOD EVENING....…
GOOD EVENING....…
Neeraj Agarwal
उम्र ए हासिल
उम्र ए हासिल
Dr fauzia Naseem shad
बहुत कुछ बदल गया है
बहुत कुछ बदल गया है
Davina Amar Thakral
आई वर्षा
आई वर्षा
Dr. Pradeep Kumar Sharma
वृक्ष की संवेदना
वृक्ष की संवेदना
Dr. Vaishali Verma
पुनर्जन्म का साथ
पुनर्जन्म का साथ
Seema gupta,Alwar
..
..
*प्रणय*
उम्र न जाने किन गलियों से गुजरी कुछ ख़्वाब मुकम्मल हुए कुछ उन
उम्र न जाने किन गलियों से गुजरी कुछ ख़्वाब मुकम्मल हुए कुछ उन
पूर्वार्थ
रग रग में देशभक्ति
रग रग में देशभक्ति
भरत कुमार सोलंकी
मजबूरी
मजबूरी
P S Dhami
" खामोशी "
Dr. Kishan tandon kranti
मां!क्या यह जीवन है?
मां!क्या यह जीवन है?
Mohan Pandey
भाल हो
भाल हो
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
दोहा पंचक. . . नैन
दोहा पंचक. . . नैन
sushil sarna
अर्थ मिलते ही
अर्थ मिलते ही
Kshma Urmila
दौड़ पैसे की
दौड़ पैसे की
Sanjay ' शून्य'
#उलझन
#उलझन
krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर
D. M. कलेक्टर बन जा बेटा
D. M. कलेक्टर बन जा बेटा
Shyamsingh Lodhi Rajput "Tejpuriya"
"राह अनेक, पै मँजिल एक"
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
"शौर्य"
Lohit Tamta
नाम मौहब्बत का लेकर मेरी
नाम मौहब्बत का लेकर मेरी
Phool gufran
ओ परबत  के मूल निवासी
ओ परबत के मूल निवासी
AJAY AMITABH SUMAN
दिल्लगी
दिल्लगी
Dipak Kumar "Girja"
Loading...