बेटियां।
बेटियां,,,
मौसम सी होती है!!!
उनके होने से,
घर में बहार रहती है,,,
विदा होती है तो घर द्वार,,,
सब पतझड़ कर जाती है!!!
बेटियां मौसम सी होती है!!!
बेटियां,,,
बरक्कत सी होती है!!!
वो थोड़े में ही,
गुज़ारा कर लेती है,,,
मां बाप का दुख दर्द ,,,
वो जीवन भर समझती है!!!
बेटियां बरक्कत सी होती है!!!
बेटियां,,,
देवियों के जैसी होती है!!!
वो अपनी प्रखरता से,
सबको मोह लेती है,,,
वो प्रेम स्नेह से,,,
हर रिश्ते को जीती है!!!
बेटियां देवियां के जैसी होती है!!!
बेटियां,,,
संपन्नता की प्रतीक होती है!!!
अपने निश्चल मन से,
वो शौर्य वैभव घर में लाती है,,,
आए जो विपत्ती कभी घर में,,,
वो ढाल बनकर इनसे लड़ जाती है!!!
बेटियां संपन्नता का प्रतीक होती है!!!
ताज मोहम्मद
लखनऊ