बेटियाँ…..!!
आन बान हैं बेटी मेरी वो मेरा हैं अभिमान!
घर आंगन शोभित करे बेटी हैं लक्ष्मी जान!
बेटी से महके जमीं और घर आंगन परिवेश!
जब खुशियाँ जन्मे कोख से ले बेटी का भेष!
माँ सी ममता बेटियाँ, होती पिता अभिमान!
बिटिया से नेह लगाईये देके उनको सम्मान!
रौनक घर की बेटियाँ और हैं वो मंगलगान!
जैसे पूजा की घंटियाँ सुन्दर सुभग सुजान!
#Lafzdilse By Anoop S.