बेटियाँ
बेटियाँ पढाओ जनजन से
आह्वान है ।
ये काम महान है
ये काम महान है ।
किससे कम है मेरी बेटी
चढती है हिमालय की चोटी ।
करो सदा सम्मान है ।
यही आह्वान है ।
ये काम महान है ।
पढ़कर बेटी दो घरों को
रोशन करती देती शिक्षा
भेद न करो बेटे बेटी में
दो समान शिक्षा दिक्षा।
दहेज मुक्त हो सब समाज जब
समझे बहू को बेटी समान है ।
यही आह्वान है ।
ये काम महान है ।
आधी आबादी की जिससे
होती है भागीदारी ।
एक नहीं दो दो मात्राएं
नर से भारी नारी
हम सबका
यही आह्वान है ।
ये काम महान है ।
नारी हिंसा रोक लगेगी
बेटियाँ जब पढे लिखेगी
पर्दा प्रथा का विरोध हो
यह विष के समान है ।
यही आह्वान है
ये काम महान है ।
बेटियाँ सुख का कारण है।
हर समस्या का निवारण है।
बिटिया से महके आंगन भी
सुअवसर कन्यादान है
ये काज महान है
यही आह्वान है ।
कन्या भ्रूण हत्या के खिलाफ हम
रोक लगे दण्ड मिले जो
दानव के समान है ।
यही आह्वान है
यही आह्वान है ।
ये काम महान है ।