Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
26 Aug 2016 · 1 min read

*बेटियाँ*

2122 2122 2122 212
थम गयी साँसें सभी जबसे पढ़ा अख़बार है !
अब भगत-आजाद की इस देश को दरकार है!
::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::
दे रही आँखें गवाही अब हमारी पीर की!
जग गयी यादें सभी अंतर चले तलवार है !!
::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::
::::
लेखनी का वर मिला फ़िर भी रही खामोश थी !
हो रहा जो देश में सब कौन जिम्मेदार है !!
::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::
डस लिया नाजुक कली को इक विषैले नाग ने !
वो दरिंदा घूमता फिर मौन क्यों सरकार है!!
::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::
आज वहशी मार देते बच्चियों को जान से!
राज़ सारा खुल गया अब सो चुका करतार है !!
::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::
::::::
जाने’ कितने मैडलों को मार डाला कोख में !
मानसिकता देश की अपने बहुत बीमार है !!
::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::
कम न समझो बेटियों को छू रही अब ये गगन !
सिंधु साक्षी से हुआ इस देश का उद्धार है !!
::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::
धर्मेन्द्र अरोड़ा

1 Comment · 838 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
💖🌹 हिंदी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं 🌹💖
💖🌹 हिंदी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं 🌹💖
Neelofar Khan
रूह मर गई, मगर ख्वाब है जिंदा
रूह मर गई, मगर ख्वाब है जिंदा
कवि दीपक बवेजा
आदत से मजबूर
आदत से मजबूर
Surinder blackpen
सितारे  अभी  जगमगाने  लगे।
सितारे अभी जगमगाने लगे।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
वो किताब अब भी जिन्दा है।
वो किताब अब भी जिन्दा है।
दुर्गा प्रसाद नाग
सर्वप्रथम पिया से रंग
सर्वप्रथम पिया से रंग
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
*जन्मभूमि है रामलला की, त्रेता का नव काल है (मुक्तक)*
*जन्मभूमि है रामलला की, त्रेता का नव काल है (मुक्तक)*
Ravi Prakash
You can't skip chapters, that's not how life works. You have
You can't skip chapters, that's not how life works. You have
पूर्वार्थ
काश कभी ऐसा हो पाता
काश कभी ऐसा हो पाता
Rajeev Dutta
Prastya...💐
Prastya...💐
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
नश्वर तन को मानता,
नश्वर तन को मानता,
sushil sarna
निराशा से आशा तक 😊😊
निराशा से आशा तक 😊😊
Ladduu1023 ladduuuuu
बेसब्री
बेसब्री
PRATIK JANGID
🙅अपडेट🙅
🙅अपडेट🙅
*प्रणय*
मैं बंजारा बन जाऊं
मैं बंजारा बन जाऊं
Shyamsingh Lodhi Rajput "Tejpuriya"
निबंध
निबंध
Dhirendra Singh
" आग "
Dr. Kishan tandon kranti
शून्य से अनंत
शून्य से अनंत
The_dk_poetry
छोटे छोटे सपने
छोटे छोटे सपने
Satish Srijan
मेहनती को, नाराज नही होने दूंगा।
मेहनती को, नाराज नही होने दूंगा।
पंकज कुमार कर्ण
हिंदुत्व अभी तक सोया है, 2
हिंदुत्व अभी तक सोया है, 2
श्रीकृष्ण शुक्ल
3887.*पूर्णिका*
3887.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
*काल क्रिया*
*काल क्रिया*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
माँ सुहाग का रक्षक बाल 🙏
माँ सुहाग का रक्षक बाल 🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
"सत्य अमर है"
Ekta chitrangini
कभी ना होना तू निराश, कभी ना होना तू उदास
कभी ना होना तू निराश, कभी ना होना तू उदास
gurudeenverma198
नारी
नारी
Dr fauzia Naseem shad
5
5"गांव की बुढ़िया मां"
राकेश चौरसिया
गर्मी और नानी का घर
गर्मी और नानी का घर
अमित
*लज्जा*
*लज्जा*
sudhir kumar
Loading...