बेचैन प्रेम
सेमिनार खत्म हो चुकी थी, इस सेमिनार से स्टूडेंट्स मोटिवेट हुए या नहीं ! उन्हें क्या फायदा हुआ, बहरहाल मालूम नहीं ? ….लेकिन दो दिलों के चैन को सेमिनार ने जरूर ही बेचैन कर दिया ! सेमिनार शनिवार को हुई, रविवार को कॉलेज बंद…. ऐसे में प्रीतम और अमित की नींद जैसे उड़ गई थी। दोनों के दोनों अब बस एक-दूसरे को देखना चाह रहे थे, बात करना चाह रहे थे ! अब रविवार के बाद सोमवार को ही मिल पाएंगे ! शायद प्यार इसी बेचैनी को कहते हैं।