बेचू
पहिले आपन ईमान बेचलस!
तब सरकारी सामान बेचलस!!
फेर औरी कुछु जब ना मिलल-
तअ जनता के अरमान बेचलस!!
सबकुछ आंखी के सामने भईल
बाकिर केहू ना समझ पावल!
एतना चालाकी से धीरे-धीरे
ऊ सगरी हिंदुस्तान बेचलस!!
#जनवादीगीत
पहिले आपन ईमान बेचलस!
तब सरकारी सामान बेचलस!!
फेर औरी कुछु जब ना मिलल-
तअ जनता के अरमान बेचलस!!
सबकुछ आंखी के सामने भईल
बाकिर केहू ना समझ पावल!
एतना चालाकी से धीरे-धीरे
ऊ सगरी हिंदुस्तान बेचलस!!
#जनवादीगीत