Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
30 Jul 2023 · 1 min read

*बेचारे पति जानते, महिमा अपरंपार (हास्य कुंडलिया)*

बेचारे पति जानते, महिमा अपरंपार (हास्य कुंडलिया)
_________________________
बेचारे पति जानते, महिमा अपरंपार
कहना पत्नी का सुनें, पति जी बारंबार
पति जी बारंबार, नहीं झगड़े बढ़ पाते
जहॉं मॉंग पतिदेव, पूर्ण क्षण में कर जाते
कहते रवि कविराय, गृहस्थी-गाड़ी प्यारे
यह है इनकी चाल, बने घर में बेचारे
_________________________
रचयिता :रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 99976 15451

500 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Ravi Prakash
View all
You may also like:
dr arun kumar shastri
dr arun kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
तुम बदल जाओगी।
तुम बदल जाओगी।
Rj Anand Prajapati
जगदाधार सत्य
जगदाधार सत्य
महेश चन्द्र त्रिपाठी
कश्मीरी पण्डितों की रक्षा में कुर्बान हुए गुरु तेगबहादुर
कश्मीरी पण्डितों की रक्षा में कुर्बान हुए गुरु तेगबहादुर
कवि रमेशराज
*मेला (बाल कविता)*
*मेला (बाल कविता)*
Ravi Prakash
कुछ लोग
कुछ लोग
Shweta Soni
“हिन्दी का सम्मान”
“हिन्दी का सम्मान”
Neeraj kumar Soni
गर्दिशों में जब तारे तुमसे सवाल करें?
गर्दिशों में जब तारे तुमसे सवाल करें?
manjula chauhan
जो दिल में उभरती है उसे, हम कागजों में उतार देते हैं !
जो दिल में उभरती है उसे, हम कागजों में उतार देते हैं !
DrLakshman Jha Parimal
जिंदगी का एकाकीपन
जिंदगी का एकाकीपन
मनोज कर्ण
दिल आइना
दिल आइना
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
3737.💐 *पूर्णिका* 💐
3737.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
यकीन का
यकीन का
Dr fauzia Naseem shad
मैं गीत हूं ग़ज़ल हो तुम न कोई भूल पाएगा।
मैं गीत हूं ग़ज़ल हो तुम न कोई भूल पाएगा।
सत्य कुमार प्रेमी
हर दफ़ा जब बात रिश्तों की आती है तो इतना समझ आ जाता है की ये
हर दफ़ा जब बात रिश्तों की आती है तो इतना समझ आ जाता है की ये
पूर्वार्थ
जय हो जय हो महादेव
जय हो जय हो महादेव
Arghyadeep Chakraborty
देश की संस्कृति और सभ्यता की ,
देश की संस्कृति और सभ्यता की ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
कविता
कविता
Shiva Awasthi
माटी
माटी
जगदीश लववंशी
योग
योग
लक्ष्मी सिंह
..
..
*प्रणय*
🌷🌷  *
🌷🌷 *"स्कंदमाता"*🌷🌷
Shashi kala vyas
माहिया छंद विधान (पंजाबी ) सउदाहरण
माहिया छंद विधान (पंजाबी ) सउदाहरण
Subhash Singhai
चारु
चारु
NEW UPDATE
" जिन्दगी "
Dr. Kishan tandon kranti
তার চেয়ে বেশি
তার চেয়ে বেশি
Otteri Selvakumar
एक पौधा तो अपना भी उगाना चाहिए
एक पौधा तो अपना भी उगाना चाहिए
कवि दीपक बवेजा
यूं सांसों का वजूद भी तब तक होता है,
यूं सांसों का वजूद भी तब तक होता है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
उम्मीद
उम्मीद
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
हम बस अपने कर्म कर रहे हैं...
हम बस अपने कर्म कर रहे हैं...
Ajit Kumar "Karn"
Loading...