बृद्धाश्रम नहीं जाऊंगा !!!!
घर की जूठन से काम चलाऊंगा
बृद्धाश्रम नहीं जाऊंगा
जैसे रक्खोगे मैं रह लूँगा
तुझसे कभी मैं कुछ न कहूँगा
मुँह मे अपने मैं ताला लगाऊंगा
बृद्धाश्रम नहीं जाऊंगा
सुख सुविधा का नाम न लूंगा
तुझको देख के मैं जी लूंगा
बेटा तेरे बिना न रह पाऊंगा
बृद्धाश्रम नहीं जाऊंगा
पोते पोती हैं चाँद तारे
मेरे लिये हैं वो प्राण प्यारे
दिन भर मैं उनको खिलाऊंगा
बृद्धाश्रम नहीं जाऊंगा
घर में तेरे बचपन की यादें
तेरी माँ से बिछड़ने की यादें
उन्ही यादों को दिल से लगाऊंगा
बृद्धाश्रम नहीं जाऊंगा
घर में कोई कमरा न देना
खटिया न देना बिछौना न देना
घर के बाहर चटाई बिछाऊंगा
बृद्धाश्रम नहीं जाऊंगा
अशोक मिश्र