बृज रसिकों मे निराले आपको नमन है
परम विरक्त रसिक संत पूज्य श्री रमेश बाबा जी महराज के जन्म दिन पर विशेष…
बृज रसिकों मे निराले आपको नमन है
गहवर वासियों के प्यारे आपको नमन है
आपको नमन है आपको नमन है
प्रयाग की सी फितरत तारी है शख्सियत में
यमुना सी निर्मल वाणी गंगा सा पवित्र मन है
आपको नमन है आपको नमन है
बृज धर्म और सुरभि को बचाने तुम हो आये
ऐ मान विहारी के दुलारे आपको नमन है
आपको नमन है आपको नमन है
कहते हैं इन्सा जमी मे राह भटका देवता है
भटकेगे भला कैसे जब आपसा रहबर है
आपको नमन है आपको नमन है
M.Tiwari”Ayen” 9452184217
(Mahesh Tiwari साहित्यपीडिया हिंदी)