Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
6 Mar 2024 · 1 min read

बूँद बूँद याद

बूँद बूँद याद
टपकती रही रात भर
ज़ेहन में जमीं बर्फ़ से
तन – मन गीला हो गया

सीलन सी भर गयी
कमरे में हर तरफ़
साँसें रुक गईं हैं
तेरे बेरुख़ी के गंध से

. . . . . . . अतुल “कृष्ण”

184 Views
Books from Atul "Krishn"
View all

You may also like these posts

*परवरिश की उड़ान* ( 25 of 25 )
*परवरिश की उड़ान* ( 25 of 25 )
Kshma Urmila
*An Awakening*
*An Awakening*
Poonam Matia
- जीवन निर्वाह -
- जीवन निर्वाह -
bharat gehlot
प्रेम ...
प्रेम ...
sushil sarna
रमेशराज के 2 मुक्तक
रमेशराज के 2 मुक्तक
कवि रमेशराज
2932.*पूर्णिका*
2932.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
Your Ultimate Guide to Excelling in Finance Assignments
Your Ultimate Guide to Excelling in Finance Assignments
Angelika Wartina
देख बहना ई कैसा हमार आदमी।
देख बहना ई कैसा हमार आदमी।
सत्य कुमार प्रेमी
गाँव की याद
गाँव की याद
Rajdeep Singh Inda
16---🌸हताशा 🌸
16---🌸हताशा 🌸
Mahima shukla
चाह थी आप से प्रेम मिलता रहे, पर यहांँ जो मिला वह अलौकिक रहा
चाह थी आप से प्रेम मिलता रहे, पर यहांँ जो मिला वह अलौकिक रहा
संजीव शुक्ल 'सचिन'
आँचल की छाँह🙏
आँचल की छाँह🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
*झूठी शान चौगुनी जग को, दिखलाते हैं शादी में (हिंदी गजल/व्यं
*झूठी शान चौगुनी जग को, दिखलाते हैं शादी में (हिंदी गजल/व्यं
Ravi Prakash
"मुमकिन"
Dr. Kishan tandon kranti
दिल पे पत्थर ना रखो
दिल पे पत्थर ना रखो
shabina. Naaz
*गलतफहमी*
*गलतफहमी*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
देह और ज्ञान
देह और ज्ञान
Mandar Gangal
..
..
*प्रणय*
जो लिखा है
जो लिखा है
Dr fauzia Naseem shad
वास्तविकता
वास्तविकता
Shyam Sundar Subramanian
दिल और आत्मा
दिल और आत्मा
पूर्वार्थ
तड़ाग के मुँह पर......समंदर की बात
तड़ाग के मुँह पर......समंदर की बात
सिद्धार्थ गोरखपुरी
आने वाले सभी अभियान सफलता का इतिहास रचेँ
आने वाले सभी अभियान सफलता का इतिहास रचेँ
इंजी. संजय श्रीवास्तव
रे मन
रे मन
Usha Gupta
किस क़दर बेकार है
किस क़दर बेकार है
हिमांशु Kulshrestha
असफ़लता का दामन थाम रखा था ताउम्र मैंने,
असफ़लता का दामन थाम रखा था ताउम्र मैंने,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
*कवि बनूँ या रहूँ गवैया*
*कवि बनूँ या रहूँ गवैया*
Mukta Rashmi
अम्बेडकर की आत्मा
अम्बेडकर की आत्मा
जय लगन कुमार हैप्पी
हे आदिशक्ति, हे देव माता, तुम्हीं से जग है जगत तुम्ही हो।।
हे आदिशक्ति, हे देव माता, तुम्हीं से जग है जगत तुम्ही हो।।
Abhishek Soni
बिना वजह जब हो ख़ुशी, दुवा करे प्रिय नेक।
बिना वजह जब हो ख़ुशी, दुवा करे प्रिय नेक।
आर.एस. 'प्रीतम'
Loading...