बुरा ना मानना यह होली है।
बुराई पर सच्चाई की जीत कराती हैं,,,
होली हृदयों में प्रीत को लेकर आती है!!!
लोगों को अपने द्वेष भुलवाकर,,,
गले मिलाकर सबको मीत बनाती है!!!
ऊंच,नीच,काले,गोरे का भेद,,,
यह रंगों की होली मिटाती हैं!!!
हरे भरे सब चेहरों को रंग बिरंगे,,,
गुलालो से एक सामान बनाती हैं!!!
सारी जनता झूम झूम के,,,
होली के गीत गाती हैं!!!
किसी किसी को देखो तो,,,
भांग भी चढ़ी नजर आती हैं!!!
दादा बाबा लोगों की टोली,,,
होली के फाग पुराने गाती हैं!!!
रंगों से भाभी दीदी चाची,,,
सबकी ही चुनर भीग जाती हैं!!!
सारी बुराई होलिका दहन में,,,
सबकी ही जल जाती हैं!!!
अगली सुबह प्रकृति की हवा,,,
इंद्रधनुषी रंगों में रंग जाती है!!!
इक विनती है तुम सबसे मेरी,,,
मदिरा पीकर गाड़ी ना चलाई जाती है!!!
हुआ यदि एक्सीडेंट कही तो,,,
जीवन भर ये टीस ना मिट पाती है!!!
यदि गलत लिखा हो तो देखो,,,
लोगो बुरा ना मानना यह होली है!!!
तहे दिल से ताज की तरफ से,,,
हर किसी को गोली की बधाई है!!!
ताज मोहम्मद
लखनऊ